संदेश

Instant Loan App: क्या आप भी फंस रहे हैं चीनी लोन ऐप के जाल में? इन बातों का रखेंगे ध्यान तो नहीं होगी ठगी

चित्र
Photo Credit : The Statesman कोरोना काल खत्म हो चुका है, लेकिन इस काल में आया एक वायरस अब भी जिंदा है। यह वायरस कोरोना से कम खतरनाक नहीं है। यह अंदर ही अंदर परिवार को खत्म कर रहा है। जी हां, हम जिस वायरस की बात कर रहे हैं, उसका नाम है चीनी लोन ऐप। आज भी जालसाज चीनी लोन ऐप या अवैध लोन ऐप के जरिये लोगों को ठग रहे हैं। कई लगातार ठगे जा रहे हैं, जबकि कई लोग हारकर अपनी सांसों की डोर ही तोड़ रहे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश में एक ही परिवार के चार लोगों ने लोन ऐप के टॉर्चर से परेशान होकर अपनी जान दे दी। चीनी लोन ऐप से ठगी के सैकड़ों मामले देश के अलग-अलग राज्यों में रोज आते हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी इन पर लगाम नहीं लग रही है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों लोग इसकी जाल में फंस रहे हैं और इससे कैसे बचा जाए।  दरअसल, कोरोना काल में लाखों लोग बेरोजगार हुए, लाखों के बिजनेस डूब गए, उनकी जमा पूंजी सब खत्म हो गई। कई परिवार कर्ज में डूबते गए और इनमें से कई ने आत्महत्या का रास्ता भी चुना। अचानक आए इस आपदा को जालसाजों ने अवसर की तरह लिया और उस दौरान शुरू हुआ ठगी का एक नया तरीका। लोगों को तब पैसो

ये स्टॉक दे सकते हैं 1 साल में 50-60 पर्सेंट तक रिटर्न

चित्र
मार्केट के गिरावट में भी हैं कमाई के मौके पिछले एक महीने से भारतीय शेयर बाजार गिरा पड़ा है। ऐसे में कई निवेशक मार्केट में पैसा लगाने से बच रहे हैं। इस एक महीने में स्माल कैप, मिड कैप व लार्ज कैप से जुड़ी अधिकतर कंपिनयों का कैपिटल कम हुआ है। ऐसे में लोग पैसा लगाने से डर रहे हैं। पर यह सही समय है पैसे से पैसा बनाने का। अगर आप 1-2 साल तक के नजरिये से इस गिरावट में निवेश करें तो आपको 40-50 प्रतिशत तक रिटर्न मिल सकता है। यहां मैं आपको बताऊंगा कुछ ऐसे ही कंपनियों के स्टॉक के बारे में जो फंडामेंटली काफी मजबूत हैं पर बाजार की गिरावट में काफी नीचे आ गए हैं। यह अगले 5-6 महीने में ही आपको 25 पर्सेंट तक रिटर्न दे सकते हैं। 1. बीईएमएल (BEML) - बीईएमएल रक्षा उपकरण बनाती है। यह पब्लिक सेक्टर की कंपनी है। मौजूदा समय में इसके एक स्टॉक की कीमत करीब 1049 रुपये है। इस कंपनी का 52 वीक लो 996 रुपये है, जबकि 52 वीक हाई 1947 रुपये है। ऐसे में अगर आप अभी इस कंपनी में निवेश करेंगे तो संभावना है कि 1 साल के अंदर आपको 50 प्रतिशत से ऊपर का रिटर्न मिल जाए। 2. ल्यूपिन (LUPIN) - ल्यूपिन की गिनती फार्मा स

1 महीने में कमाएं 25-30 पर्सेंट लाभ

चित्र
आप स्टॉक में तेजी से अपने पैसे को डबल करना चाहते हैं, तो आज हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसी ही जानकारी जिसकी मदद से आप 50 हजार रुपये तक लगाकर एक महीने में 25-30 पर्सेंट का मुनाफा बड़े आराम से कमा सकते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं, कुछ ऐसे ही शेयर के बारे में जो आपको अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।  1. मारुति सुजुकी इंडिया मारुति के एक शेयर का प्राइस इस समय 9448 रुपये है। इस शेयर ने एक हफ्ते पहले ही 10 हजार का आकंड़ा छूआ था। सूत्रों के अनुसार कंपनी की ब्रिक्री इस तिमाही अच्छी रही है। इसका रिजल्ट अच्छा रह सकता है। ऐसे में कंपनी का शेयर अगले एक महीने में 11-12 हजार रुपये तक जा सकता है। 2. यस बैंक  यस बैंक प्राइवेट सेक्टर बैंकों में सबसे अच्छा परफॉर्म कर रहा है। कंपनी के एक स्टॉक की कीमत इस समय करीब 333 रुपये है। इस तिमाही इस बैंक के नतीजे भी अच्छे रहने वाले हैं। उम्मीद की जा रही है कि ये स्टॉक अगले एक महीने में 400-450 रुपये तक जा सकता है। 3. ल्यूपिन फार्मा सेक्टर का ये स्टॉक काफी मजबूत नजर आता है। पिछले कुछ महीनों से यह स्टॉक नीचे रहा है, लेकिन आने वाले समय में इसके

जीवन की रणभूमि

जीवन की इस रणभूमि में एक खेल नया मैं सीख गया इस खेल में कभी मैं जीत गया इस खेल में कभी मैं  हार गया। जब तक न जीता इस खेल में मैं न हार मैंने स्वीकार किया जीवन की इस रणभूमि में एक खेल नया मैं सीख गया। सीखा तो मैंने यह भी है कि भाग्य बाद में आता है पहले मेहनत, विश्वास जरूरी है जीवन की इस रणभूमि में एक खेल नया मैं सीख गया। जब हारा मैं मुझे चोट लगी पर उस चोट से ये बात याद आई भगवान के आगे दुनिया में शक्ति किसी की नहीं चलती पर बना चोट खाए तो मूर्ति भी उनकी नहीं बनती। ये सब बातें तो सीख गया अब ये बात भी सीखा "नितेश" जीवन में औरों को भी मैं दूंगा सदा यही संदेश। 

भगत सिंह अब याद नहीं

चित्र
भगत सिंह का था ये सपना हो आजाद देश ये अपना हो करके भारत आजाद, करता नहीं है उसको याद। व्यर्थ गई शायद उसकी जवानी भूले सब उसकी कुर्बानी हंस कर जो फांसी पर झूला उसको सारा देश है भूला। जिसने मौत की चिंता न की भारत मां की रक्षा को आज भला क्यों जाने लोग भूल गए उस योद्धा को। जाने कितने जन्म दिवस और जयंती पर भारत छुट्टी मनाता है लेकिन इतनी छुट्टी में भी वह वीर कहीं नहीं आता है। नहीं "नितेश" को कोई शिकवा गांधी नेहरू के सम्मान से मुझको तो है उनसे शिकायत जो बने हुए हैं अनजान से। धूमधाम से हर नेता व मंत्री गांधी जयंती मनाते हैं करके याद वे गांधी जी को लाखों रुपये उड़ाते हैं। प्रधानमंत्री खुद राजघाट पर श्रद्धा के फूल चढ़ाता है लेकिन शहीदी दिवस पर भी नेताओं को यह नाम याद नहीं आता है। उसका नाम नहीं सभी होठ पर उसकी फोटो न किसी नोट पर कम से कम इतना तो कर लो नाम लो उसका अपने होठ पर। देश की खातिर कष्ट सहा वह देश से उसको प्यार था जिसने उसे फांसी चढवाई वह उसका अपना यार था। शीश झुकाकर भगत सिंह को करता नमन "नितेश" है करो नमन तुम भगत सिंह

दो दिल मिल गए हैं......मगर चुपके-चुपके

चित्र
दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके, सबको हो रही है खबर चुपके-चुपके.... हिंदी फिल्म परदेस फिल्म का ये गाना नीतीश कुमार (जेडीयू) और नरेंद्र मोदी (बीजेपी) के एक बार फिर से एकसाथ आने की पूरी कहानी बताता है। दरअसल बुधवार (26 जुलाई 2017) को अचानक नीतीश कुमार का बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना, आरजेडी से किनारा करने का घटनाक्रम बहुत तेजी से हुआ, लेकिन इसकी स्क्रिप्ट धीरे-धीरे व काफी दिनों से लिखी जा रही थी। पर जैसे ही तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे, वैसे ही इस पुराने रिश्ते को एक डोर मिल गई और इस्तीफे के कुछ घंटे बाद ही बीजेपी ने जेडीयू को सपोर्ट देकर सुशासन बाबू के एक बार फिर सीएम बनने का रास्ता साफ कर दिया और दोनों ने खुलकर दुनिया के सामने मिलने का ऐलान कर ही दिया।   अब सवाल उठता है कि आखिर सच में नीतीश ने तेजस्वी पर लगे आरोपों व उसके बाद भी उप-मुख्यमंत्री पद से उनके  इस्तीफा न देने की वजह से महागठबंधन का साथ छोड़ इस्तीफा दिया या फिर कोई और वजह थी। अगर पिछले डेढ़ साल से अलग-अलग मुद्दों पर नरेंद्र मोदी के समर्थन में दिए गए नीतीश कुमार के बयानों को देखें, तो इस

खोखला समाज

मैं संत्रस्त हूं भारत के आज से इस खोखले समाज से आने वाला कल मुझे बहुत डराता है क्यों आज इंसान एक-दूसरे का घर जलाता है। मैं संत्रस्त हूं देश के रखवालों से रिश्वत के दलालों से जाने कितने खूनी खेल ये खेलते हैं देख कर खून के धब्बे उफ तक नहीं करते हैं। मैं संत्रस्त हूं भारत की राजनीति से नेताओं की नीति से वोट बैंक की नीति इन्हें खूब रास आती है इनके हर बात में राजनीति की बास आती है।