लाचार व्यक्ति

सड़क के चौराहे पर
एकतरफ थी बहुत भीड़-भार
वंही दूसरी तरफ कोने में
खड़ा था एक व्यक्ति लाचार
खुद को छिपाता हुआ
भीड़ से खुद को बचाता हुआ।

मैं बढ़ा उस भीड़ की तरफ
अपनी जिज्ञासा लिए
जायजा लेने हालात का
आखिर ये भीड़ कैसी
झगड़ा है किस बात का
अचानक उस भीड़ से निकला
एक व्यक्ति ये कहते
' ये धरती हमारी है, मारो उसे जो बिहारी है '।

मैं छुब्द था देखकर
इन लोगों की हंसी को
दूसरी और कोने में खड़े
उस शख्स की बेबसी को
खुद को बचाने की जद्दोजहद में
घिरा था वो इंसान
क्या वाकई ये लोग
ले लेंगे उसकी जान।

पर क्यों हो रहा है
कुछ लोगों के साथ ये व्यवहार
क्या सिर्फ इसलिए की
उनकी जन्म भूमि है बिहार ।

बहुत ही बेहुदे हैं वो लोग
जो पहुंचा रहे हैं
इसी देश के निवासी को चोट
क्या अपने ही देश में रहने का
इन्हें हक नहीं है
क्या भारत बिहार का राज्य नहीं है ?

बहुत शर्मनाक है ये
जो इस देश के रहने वालों पर
इस तरह अत्याचार हो
और देश की सरकार
चुपचाप बैठी लाचार हो।

यही सरकार बांग्लादेशियों को
देश की नागरिकता दिलाती है
इनके विषय पर शोर मचाती है
लेकिन अपनों के वक्त में
गूंगी हो जाती है।

क्या सफेद पोशाक धारियों से
इन लोगों की करुणा देखी नहीं जाती
या फिर देश के कुछ गरीब और
बिहारी के नाम पर उनसे
राजनीती की रोटी सेकी नहीं जाती।

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